वीरांगना रानी दुर्गावती के 500वें जन्म जयंती वर्ष पर विशेष आयोजन
संस्कृति और विरासत के सम्मान के प्रतीक, रानी दुर्गावती की 500वीं जन्म जयंती के अवसर पर उनकी राजधानी सिंग्रामपुर में एक ऐतिहासिक आयोजन का आयोजन किया जा रहा है। इस आयोजन को नारी सशक्तिकरण और सम्मान को समर्पित किया गया है। रानी दुर्गावती के अमर बलिदान को शत-शत नमन करते हुए यह कार्यक्रम महिला सशक्तिकरण और विकास के प्रतीक के रूप में प्रस्तुत किया जा रहा है।मंत्रिपरिषद बैठक और मुख्यमंत्री द्वारा योजनाओं का शुभारंभ
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव द्वारा आयोजित मंत्रिपरिषद की बैठक में महिलाओं के विकास हेतु विभिन्न योजनाओं की घोषणा की गई। इस आयोजन में मुख्यमंत्री ने 1.29 करोड़ लाड़ली बहनों को ₹1574 करोड़ की राशि का वितरण किया। इसके अलावा, 55 लाख से अधिक हितग्राहियों को ₹332.71 करोड़ की सामाजिक सुरक्षा पेंशन दी गई। 24 लाख से अधिक बहनों को ₹450 में गैस सिलेंडर योजना का लाभ दिया गया, जिसमें 28 करोड़ की सहायता प्रदान की गई।
प्रधानमंत्री की उपस्थिति और योजनाओं का विस्तार
इस विशेष अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी इस आयोजन को सम्बोधित किया और रानी दुर्गावती के बलिदान और साहस को स्मरण किया। इस कार्यक्रम में रानी दुर्गावती की विरासत को महिलाओं के सशक्तिकरण के संदर्भ में महत्वपूर्ण बताया गया।
जनजातीय विकास के लिए महत्वपूर्ण प्रयास
इस आयोजन में जनजातीय विकास के लिए कई महत्वपूर्ण घोषणाएँ की गईं:
- सभी जनजातीय जिलों में जिला शिक्षा और प्रशिक्षण संस्थानों (DIET) की स्थापना।
- प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना के तहत निशुल्क चिकित्सा सुविधा का लाभ।
- अनुसूचित जनजातियों को उच्च शिक्षा में प्रोत्साहन हेतु छात्रवृत्ति और अन्य सुविधाओं का विस्तार।
- हर साल नई छात्राओं को नि:शुल्क पाठ्य पुस्तकें और अन्य शैक्षिक संसाधन उपलब्ध कराने की योजना।
इस प्रकार, वीरांगना रानी दुर्गावती की 500वीं जयंती को न केवल उनकी स्मृति और बलिदान के रूप में, बल्कि समाज और विशेष रूप से महिलाओं के सशक्तिकरण और जनजातीय विकास के लिए एक मील का पत्थर के रूप में मनाया जा रहा है।