रीवा की राजनीति में तनाव: जनार्दन मिश्रा और सिद्धार्थ तिवारी के बीच जुबानी जंग
रीवा की राजनीति में इन दिनों ब्राह्मण नेताओं के बीच टकराव देखने को मिल रहा है। हाल ही में रीवा के सांसद जनार्दन मिश्रा ने दिवंगत नेता श्रीनिवास तिवारी के बारे में जो टिप्पणी की है, उससे इस टकराव और तिकड़म में और इजाफा हुआ है।
सिद्धार्थ तिवारी का कहना है कि ट्योंथर के विकास के लिए जो फाइलें स्वीकृत होती हैं और यहां के लिए जो धनराशि स्वीकृत होती है, उसे कोई अज्ञात व्यक्ति रोक देता है और यह सीधा आरोप डिप्टी सीएम राजेंद्र शुक्ला पर है।जनार्दन मिश्रा ने श्रीनिवास तिवारी को लेकर हंगामा मच गया। उन्होंने टिप्पणी की कि दादा न होय दाऊ आय वोट न देवे तऊ आय
जनार्दन मिश्रा का कहना है कि दादा जिन्हें लोग भगवान मानते हैं, वह एक गड्ढा भी नहीं भर सके।
सिद्धार्थ तिवारी का कहना है कि किसी ऐसे व्यक्ति की निंदा नहीं होनी चाहिए जो इस दुनिया में नहीं रहा।
जनार्दन मिश्रा का कहना है कि दादा ने आतंक, गुंडागर्दी, लूटपाट, भ्रष्टाचार, पक्षपात और राजनीति जैसे जनविरोधी कार्य किए।
सिद्धार्थ तिवारी को इस बात पर ध्यान देने की जरूरत है। इन नेताओं के बारे में आप क्या कहना चाहते हैं, कमेंट बॉक्स में लिखें।