रीवा मॉडल विज्ञान कॉलेज में बस सेवा विवाद पर छात्रों का विरोध
रीवा शहर के मॉडल विज्ञान कॉलेज में छात्रों और कॉलेज प्रशासन के बीच बस सेवा को लेकर विवाद गहराता जा रहा है। करीब 4800 छात्रों के इस कॉलेज में केवल दो बसें संचालित की जा रही हैं, जो प्रधानमंत्री योजना के तहत चलाई जा रही हैं। इन बसों में महज 200 छात्र ही यात्रा कर सकते हैं, इसके बावजूद कॉलेज प्रबंधन सभी छात्रों से बस किराया वसूल रहा है।
एनएसयूआई (नेशनल स्टूडेंट्स यूनियन ऑफ इंडिया) ने कॉलेज प्राचार्य से इस मुद्दे पर छात्रों के हितों की रक्षा की मांग की है। एनएसयूआई के प्रतिनिधियों का कहना है कि केवल उन छात्रों से बस किराया लिया जाना चाहिए, जो इन बसों से यात्रा करते हैं। जो छात्र अपने निजी वाहनों से कॉलेज आते हैं, उनसे बस किराया वसूलना अन्यायपूर्ण है।
छात्रों ने विरोध प्रदर्शन करते हुए कहा कि यदि उनकी मांगें नहीं मानी गईं, तो वे और उग्र आंदोलन करेंगे, जिसकी जिम्मेदारी पूरी तरह कॉलेज प्रशासन की होगी। प्रदर्शन में भाग ले रही छात्रा प्रिया दुबे ने बताया कि यह विरोध केवल उन छात्रों के लिए है, जिन्हें बस की आवश्यकता नहीं है और फिर भी उनसे बस का किराया लिया जा रहा है।
प्रदर्शनकारी छात्रों ने जोर देकर कहा कि सरकार यदि बस सेवा संचालित कर रही है, तो इसे मुफ्त में चलाया जाना चाहिए। पहले छात्र बसों की संख्या बढ़ाने की मांग कर रहे थे, और अब जब बसें चलाई जा रही हैं, तो उनसे जबरन किराया वसूला जा रहा है।
छात्रों का कहना है कि कुछ छात्रों को बस सेवा का उपयोग करने की जरूरत ही नहीं है, फिर भी उनसे एक साल का किराया वसूलना अनुचित है। प्रशासन की ओर से अभी तक इस मुद्दे पर कोई ठोस प्रतिक्रिया नहीं आई है, जिससे छात्र समुदाय में निराशा और आक्रोश बढ़ता जा रहा है।
यदि कॉलेज प्रशासन जल्द ही इस समस्या का समाधान नहीं करता, तो छात्रों का आंदोलन और भी व्यापक रूप ले सकता है।