अभय मिश्रा ने इस्तीफा दिया, कहा- क्षेत्र की जनता चाहती है कांग्रेस से चुनाव लड़ूं
रीवा कांग्रेस को स्वीकार नहीं अभय मिश्रा: सेमरिया के कांग्रेस नेताओं का कमलनाथ को पत्र, लिखा- फ्रॉड और अनैतिक धंधे करने वाले को पार्टी में न लें
बुधवार 18 अक्टूबर को अभय मिश्रा ने भाजपा से इस्तीफा दिया। इधर अगले दिन गुरुवार को सेमरिया कांग्रेस नेताओं का एक पत्र वायरल हो रहा है।
2008 में भाजपा के सेमरिया विधायक निर्वाचित हुए अभय मिश्रा 2018 में दल बदलकर कांग्रेस में शामिल हो गए थे। 2018 में उन्होने रीवा से भाजपा विधायक राजेंद्र शुक्ल के खिलाफ चुनाव लड़ा और हार गए। इसके बाद 2023 विधानसभा चुनाव के पहले 11 अगस्त को उन्होने कांग्रेस से इस्तीफा देकर भाजपा में वापसी की। लेकिन इसके ठीक 2 माह बाद मिश्रा ने भाजपा की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया। इस्तीफे के पहले मिश्रा भोपाल में कांग्रेस दफ्तर के चक्कर काटते हुए नजर आए थे। इसे सेमरिया के कांग्रेस नेताओं ने भाँप लिया और 12 अक्टूबर को ही पीसीसी चीफ़ के नाम एक पत्र लिख डाला, जिसमें अभय मिश्रा को कांग्रेस में शामिल न करने की अपील की।
भाजपा से इस्तीफे के बाद वायरल किया पत्र
बुधवार 18 अक्टूबर को अभय मिश्रा ने भाजपा से इस्तीफा दिया। इधर अगले दिन गुरुवार को सेमरिया कांग्रेस नेताओं का एक पत्र वायरल हो रहा है। जिसमें कुछ ऐसी बातें लिखी गई हैं...
"अभय मिश्रा पूर्व विधायक जो कि रीवा जिले में फ्राड, शराब तस्कर व अन्य तरह के अनैतिक धंधे करने के लिए कुख्यात है, पता चला है कि वह पुनः कांग्रेस पार्टी में प्रवेश पाना चाहता है जो कि 03 महीने पूर्व ही भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो गया था और कांग्रेस पार्टी और वरिष्ठ नेताओं के ऊपर अनर्गल आरोप लगाते हुये बयान बाजी किया था ऐसे व्यक्ति को यदि पार्टी में शामिल किया जाता हैं, तो पार्टी के बदनामी पूरे जिले में होगी, और जिसका परिणाम अच्छा नही रहेगा। इसके विरोध में सेमरिया 69 के सभी वरिष्ठ नेता, ब्लॉक अध्यक्ष से लेकर बूथ कमेटी तक हैं। हम लोग यह विश्वास दिलाते हैं कि इसके अलावा जिसे भी पार्टी अपना प्रत्याशी बनाएगी सब लोग मिलकर चुनाव जीत लेगें। सेमरिया 69 में जितने लोग टिकट की दावेदारी कर रहे हैं, सब लोग और पूरा संगठन एक साथ हैं। अतः अभय मिश्रा पूर्व विधायक को कांग्रेस पार्टी से दूर ही रखे जाने की कृपा करें।"
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