कुछ लोग मानते हैं कि प्रधानमंत्री पद के लिए पढ़ा लिखा होना जरूरी है क्योंकि यह पद देश के सबसे महत्वपूर्ण पदों में से एक है और प्रधानमंत्री को देश के सभी मामलों से संबंधित निर्णय लेने होते हैं. वे तर्क देते हैं कि एक शिक्षित व्यक्ति बेहतर निर्णय लेने में सक्षम होगा और वह देश के लोगों के लिए बेहतर काम कर पाएगा.
हालांकि, कुछ अन्य लोग मानते हैं कि प्रधानमंत्री पद के लिए पढ़ा लिखा होना जरूरी नहीं है क्योंकि यह पद एक नेतृत्व पद है और प्रधानमंत्री को लोगों को प्रेरित करने और उन्हें साथ लेकर चलने में सक्षम होना चाहिए. वे तर्क देते हैं कि एक शिक्षित व्यक्ति जरूरी नहीं कि एक अच्छा नेता हो और एक अशिक्षित व्यक्ति भी एक अच्छा नेता हो सकता है.
अंततः, यह निर्णय कि प्रधानमंत्री पद के लिए पढ़ा लिखा होना जरूरी है या नहीं, एक व्यक्तिगत निर्णय है. कोई सही या गलत उत्तर नहीं है और यह हर व्यक्ति पर निर्भर है कि वह क्या मानता है.