सूत्रों के मुताबिक हादसे में एलेक्जेंडर टोप्पो ने मौके पर ही दम तोड़ दिया, जबकि रणवीर कुमार की मौत अस्पताल इलाज के दौरान हो गई। बताया जा रहा है कि एलेक्जेंडर टोप्पो का शव सेक्शन के आसपास 9 हिस्सों में मिला है। श्यामलाल ठाकुर और चंदन कुमार की हालत गंभीर है। उन्हें निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। घायलों में कुमार गौरव, सुनील कुमार, उमेश मौर्य, प्रवीण दत्ता, कृष्ण पाल, एसके मंडल और रामजी शामिल हैं।
निर्देश दिए गए हैं। घायलों को समुचित उपचार की व्यवस्था की गई है। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने बाबा महाकाल से सभी घायलों के शीघ्र पूर्ण स्वस्थ होने की प्रार्थना की है।
में अचानक ब्लास्ट जानकारी के मुताबिक फैक्ट्री के एफ-6 सेक्शन में बम फिलिंग का काम चल रहा था। इसी दौरान हाइड्रोलिक सिस्टम में अचानक ब्लास्ट हो गया। ब्लास्ट कैसे हुआ और किसकी लापरवाही थी, इसकी जांच शुरू कर दी गई है।
जैसे भूकंप आ गया हो ब्लास्ट के बाद ओएफके से लगे करीब 5 किलोमीटर के क्षेत्र में ऐसा लगा जैसे कि भूकंप आ गया हो। लोग अपने-अपने घरों से बाहर निकल आए। मानेगांव, चंपानगर, नानक नगर में रहने वाले लोगों ने भी ब्लास्ट की आवाज सुनी। मानेगांव में रहने वाले मनोज थरेजा ने बताया कि पहले ऐसा लगा कि जोरदार भूकंप आ गया हो, इसके बाद पता चला कि फैक्ट्री में ब्लास्ट हुआ है।
रहवासी बोले- ऐसा लगा
जबलपुर की आर्डनेंस फैक्ट्री में धमाके की चपेट में आए कर्मचारियों को नजदीक के महाकौशल हॉस्पिटल भेज दिया गया है, जहां उनका इलाज किया जा रहा है। जबलपुर आर्डनेंस फैक्ट्री की स्थापना ब्रिटिश शासनकाल में हुई थी। इसका उद्देश्य भारतीय सेना के लिए हथियार और गोलाबारूद का उत्पादन करना था। आजादी के बाद, इस फैक्ट्री का राष्ट्रीयकरण कर दिया गया और इसे भारत सरकार के अधीन कर दिया गया।